
*शहरी सीमा विस्तार पर ग्राम प्रमुखों की विशेष बैठक सफलतापूर्वक सम्पन्न*
महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव के नेतृत्व में ग्रामीण क्षेत्रों के लिए सुनहरा विकास अवसर
खण्डवा//नगर निगम खंडवा द्वारा शहरी सीमा विस्तार के विषय पर नगर निगम सभागार में एक ऐतिहासिक बैठक आयोजित की गई, जिसमें महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव के नेतृत्व में अध्यक्ष
अनिल विश्वकर्मा, MIC सदस्यगण, आयुक्त , निगम अधिकारीगण तथा संबंधित ग्राम पंचायतों के सरपंच उपस्थित रहे। बैठक का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को शहरी सुविधाओं से जोड़ने के लाभों पर विस्तारपूर्वक चर्चा करना था।
*बैठक में उपस्थित ग्राम पंचायतों के नाम*
*इस बैठक में निम्न ग्राम पंचायतों के सरपंच एवं प्रतिनिधि उपस्थित रहे* –
1.टाकली मोरी
2.बोरगांव
3.रैहमापुर
4.दोंदवाड़ा
5.रोशनायी
6.सुरगांवजोशी
7.मोकलगांव
8.बोरगांव
9.नहालदा /जूनापानी/भंडारिया/ रूढ़ि
10.नागचून
11. बडगाँवभीला
12. टिठियाजोशी
*बैठक की मुख्य बातें*
महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव ने स्लाइड प्रस्तुति के माध्यम से शहरी सीमा विस्तार के लाभ ग्राम प्रमुखों को विस्तार से समझाए। उन्होंने बताया कि –
• नियोजित और समेकित शहरी विकास – मास्टर प्लान के अंतर्गत सभी गांव शामिल होकर अव्यवस्थित निर्माण पर रोक लगेगी और योजनाबद्ध विकास होगा।
• बेहतर बुनियादी ढाँचा – 450 किमी सीवरेज नेटवर्क, 36 MLD क्षमता का एसटीपी, ₹15 करोड़ की मंजूरी से पक्की सड़कें, 37.5 किमी पाइपलाइन से 3000+ घरों तक पानी।
• वित्तीय संसाधन – नगर निगम को पहले ही ₹59.76 करोड़ की विशेष सहायता मिल चुकी है और विलय के बाद ₹204 करोड़ तक के अनुदान की संभावना है।
• स्वच्छता और कचरा प्रबंधन – डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण, ठोस अपशिष्ट प्रबंधन और स्वच्छ सर्वेक्षण जैसी सुविधाएँ लागू होंगी।
• प्रशासनिक दक्षता – गांव वार्डों में सम्मिलित होंगे, जिससे समस्याओं का समाधान तेजी से होगा।
• क्षेत्रीय समेकन – ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में समान विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क और जल की सुविधाएँ एकसमान उपलब्ध होंगी।
*महापौर की अपील*
महापौर श्रीमती अमृता अमर यादव ने सभी ग्राम प्रमुखों से आग्रह किया कि वे इस अवसर का स्वागत करें और अपने गांव को शहरी सीमा विस्तार योजना का हिस्सा बनाने में सहयोग करें, जिससे आने वाली पीढ़ियों को आधुनिक, स्वच्छ और सुव्यवस्थित जीवन मिल सके।
बैठक में सभी उपस्थित ग्राम प्रतिनिधियों ने योजना की सराहना की और इसे ग्रामीण विकास के लिए ऐतिहासिक कदम बताया।